22/11 /2016 नोएडा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 रुपए के नोट बंद किए जाने के फैसले के बाद आम जनता को हो रही परेशानी को लेकर सोमवार को महानगर कांग्रेस कमेटी ने सेक्टर-19 स्थित सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन किया। साथ ही महानगर अध्यक्ष मुकेश यादव और नोएडा विधान सभा के प्रभारी नरेन्द्र राठी के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौपते हुए महानगर अध्यक्ष मुकेश यादव ने कहा कि ज्ञापन के माध्यम से महानगर कमेटी राष्ट्रपति को बताना चाहती हैं कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा 8 नवंबर को अचानक 500 और 1000 रूपए के नोट बन्द कर दिए गए, लेकिन नई करेंसी की पर्याप्त उपलब्धता नहीं की गई। यह फैसला केंद्र सरकार द्वारा बिना सोचे समझे लिया गया है। इस फैसले से किसान, मजदूर, ठेली व पटरी वाले लोग बहुत परेशान हो रहे हैं। नोटबंदी के फैसले के बाद शहर के लोग अपने घर व व्यापार को छोड़कर बैंक व एटीएम के बाहर कतारों में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि जिन घरों में शादियां हैं, जिन किसानों को बुआई करनी है और जो लोग बिमार हैं, उनका बुरा हाल है। लोग रूपया बदलवाने , निकालने व जमा करने के लिए कतार में खड़े हैं। उनके पास अपनी बिमारियों का इलाज कराने को पैसा नहीं है। बैंक व एटीएम के बाहर कतारों में खड़े-खड़े सैंकड़ों लोग अपनी जान गवां चुके हैं। मुकेश यादव ने कहा कि कांग्रेस कालाधन, नकली नोट और भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए केंद्र सरकार के हर फैसले का समर्थन करती है, लेकिन बिना तैयारी के किए गए उस हर फैसले का विरोध कऐगी, जिसमे आम जनता को परेशानी हो और लोगों को अपनी जान गवानी पड़े। नोटबंदी से आम जनता को हो रही परेशानी को देखते हुए महानगर कांग्रेस कमेटी चाहती है कि मोदी सरकार के तुगलकी फरमान से जो देश में अव्यवस्था फैली हुई है उसे तुरंत दूर किया जाए, जिससे आम जनता परेशान न हो। ऐसा न होने पर जो लोग लाइन में लगे हैं, वो अपना सब्र तोड़कर दंगा फसाद पर उतारू हो सकते हैं। कांग्रेस मांग करती है कि इस अव्यवस्था के चलते जो जानें गई हैं उनके परिवारों को उचित मुआबजा दिया जाए। प्रदर्शन के दौरान रमेशचंद्र तुगलपुरिया, दिनेश अवाना, पवन शर्मा, लियाकत चौधरी, जितेंद्र अंबावत, सहाबुदीन, जेसी मिश्रा, राजकुमार भारती, सतेंद्र शर्मा, ऋषि गौतम, राजेश विश्कर्मा, पीएस रावत, कमलेश चौहान, बबिता राणा, यतेंद्र शर्मा, हाजी अब्दुलाह, इंद्रजीत तिवारी, दयाशंकर पांडेय, विक्रम चौधरी, सतीश मकवाना, ईश्वर कुमार, आरबी शर्मा और सतीश पंचाल समेत अन्य पदाधिकरी व कार्यकर्ता मौजूद थे।