7/12/2016 / नोएडा। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 500 व 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करने के फैसले के बाद शहर के उद्यमियों व श्रमिकोंं को हो रही परेशानी को लेकर एनईए ने जिलाधिकारी एनपी सिंह को पत्र लिखा है। पत्र में नोटबंदी के बाद उद्यमियों व श्रमिकों को बैंकों से निकासी में आ रही समस्याओं के निदान लिए डीएम की तरफ से किए गए प्रयासों की सराहना की गई।
पत्र मे बताया गया कि नई करेंसी पर्याप्त मात्रा में पहुंचाए बिना 500 व 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करने से आम जनता को बैंक से अपना पैसा निकालने में परेशान होना पड़ रहा है और लोग खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। नोटबंद होने के कारण छोटे उद्योगों का उत्पादन प्रभावित हो रहा है। अधिकांश उद्योगों को उत्पादन के कच्चे माल की खरीद नकद भुगतान कर खुदरा बाजार से करनी पड़ती है, लेकिन नगदी के अभाव में कच्चा माल न मिलने के कारण अधिकाशं उद्योगं बदी के कगार पर पहुंच गए हैं। उद्योगों में कार्यरत श्रमिकों के बैंक खाते खुलवाने के आदेश दिए जाने के बावजूद बैंकों द्वारा औद्यौगिक सेक्टरों में अभी तक खाते खुलवाए जाने के लिए कैंप नही लगाए गए। एनईए ने बताया कि अधिकांश उद्यमियों द्वारा श्रमिकाें को वेतन प्रत्येक माह की 7 तारीख को दिया जाता है, लेकिन कई श्रमिकों के बैंकों में खाते न होने के कारण श्रमिकों को चेक के माध्यम से वेतन कैंसे दिया जाए। बैंकों द्वारा पर्याप्त धनराशि उपलब्ध न किए जाने के कारण नकद देना भी नामुमकिन है।