5/11/2016/नोएडा। हाईटेक शहर नोएडा पर शनिवार को पूरे दिन धुंध की चादर छाई रही। दिवाली पर्व की खुशी में हुई आतिशबाजी के कारण प्रदूषण के स्तर में तेजी से इजाफा होने के कारण लोगों की सेहत पर घातक असर पड़ा। शहर में प्रदूषण का असर ऐसा रहा कि पूरे दिन धुंध छाई रही। इससे शहरवासियों को आंखों में जलन समेत कई अन्य प्रकार की समस्याओं से जुझना पड़ा।
शहर में प्रदूषण के कारण धुंध का असर ऐसा रहा कि जितनी परेशानी लोगों को घर के बाहर हुई, उतना ही लोग दफतर व घर के अंदर परेशान दिखे। प्रदूषण के कारण जहां सामान्य लोगों को आंखों में जलन की समस्या से जुझना पड़ा। इस बार दिवाली के बाद बढ़े हुए प्रदुषण ने सारे आकड़े पार कर दिया। त्यौहार खत्म होने के बाद भी इसका असर ख़त्म होते नहीं दिख रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा चिंता आम लोगों की सेहत पर है। वैदिक ग्राम के डॉ. पियूष जुनेजा का कहना है कि ऐसे समय में में न केवल बीमार व्यक्तियों को बल्कि सेहतमंद लोगों को भी अपना ध्यान रखने की बहुत जरूरत है। शहर के वातावरण में पटाखों के धुएं की वजह से रासायनिक पदार्थो में अचानक से काफी बढ़ोत्तरी हो गई है।
डॉ. पियूष जुनेजा ने बताया कि ये पदार्थ हवा में मिलकर हमारे फेफड़ों तक पहुचते है, जिससे कई तरह की खतरनाक बिमारियां हो सकती हैं। हम कुछ छोटी-छोटी बातों को अगर ध्यान में रखे तो इन चीजों के प्रभाव को कम कर सकते है। कुछ दिनों के लिए सुबह की सैर और खुली जगह पर व्यायाम ना करें। साथ ही हवा के सीधे संपर्क में आने से बचें। जिसके लिए बाहर निकलते वक्त अपने मुंह पर मास्क या कपड़ा बांध लें। खाने में शहद, नीबू व गुड का प्रयोग करें, जो एन्टीइन्फेक्शन का काम करेगा। बदलते मौसम और बढते प्रदुषण में अपने शरीर का ख्याल रखना अत्यंत ही जरुरी है।
एनडीएमसी की रिटायर डायरेक्टर डॉ. अल्का सक्सेना बताती है कि प्रदुषित हवा से बचने के लिए समय से घर की साफ़ सफाई जरूरी है। सोने से पहले भाफ़ का सेवन करके दिन भर की गंदगी फेफड़ो से निकाल सकते है। बाहर के खाने से पूरी तरह से दूर रहना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा घर बनी गर्म चीजे ही खाए।