25/03/18/आज नवरात्री के दिन अष्टमी और नवमी दोनों हैं….. वैसे तो नवरात्र के अष्टमी और नवमी के दिन अलग-अलग होते है….. पर इस बार ये दिन एक ही साथ हैं…. देशभर में मां दुर्गा के दर्शन के लिए मंदिरो में भक्तो का तांता लगा है….. माँ अपने भक्तों की समस्त इच्छाओं की पूर्ति करती हैं
वैसे तो नवरात्री 9 दिनों की होती है….लेकिन कभी-कभी ऐसे संयोग बनते हैं कि अष्टमी और नवमी एक ही दिन पूजी जाती है…. ऐसा ही संयोग इस बार के नवरात्रों में भी बना है…. इस बार आष्टमी यानि मां दुर्गा का महागौरी स्वरुप और नवमी यानि मां दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरुप की पूजा एक दिन ही यानि की आज ही की जा रही है….. पहले हम मां महागौरी के बारे में बात करते है…. माँ दुर्गाजी की आठवीं शक्ति का नाम महागौरी है….. इनकी उपासना से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं….. भक्त सभी प्रकार से पवित्र और अक्षय पुण्यों के अधिकारी हो जाते हैं…. अगर बात मां सिद्धिदात्री की करें तो मां दुर्गा का ये स्वरुप सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाला है…… मां दुर्गा के सिद्धीदात्री स्वरुप की पूजा करने से शास्त्रीय विधि-विधान और पूर्ण निष्ठा के साथ करने से साधक को सभी सिद्धियों की प्राप्ति हो जाती है….. सृष्टि में कुछ भी उसके लिए अगम्य नहीं रह जाता है….. ब्रह्मांड पर पूर्ण विजय प्राप्त करने की सामर्थ्य उसमें आ जाती है…… नवरात्रि के अंतिम दिन कन्या पूजन होता है…. नौ कन्याओ की पूजा मां के 9 स्वरुपों को ध्यान में रखकर की जाती है…… इन नौ लड़कियों को देवी दुर्गा के नौ रूपों का प्रतीक माना जाता है…..और पूजा के अंत में कन्याओ को उपहार के रूप में नए कपड़े भेंट किए जाते हैं…. मां दुर्गा आप सभी भक्तों की मनोकमनाएं पूरी करें…..