बुधबार से नवरात्रि शुरू होने जा रही है। नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस दिन कलश स्थापना के साथ पौधा रोपा जाता है। कलश स्थापित करके इसमें जौ बोने को लेकर लोगों का मानना है कि इससे यह पता चलता है कि आपका आने वाला समय कैसा होने वाला है। इस दौरान बोई जौ तेजी से बढ़ती है तो कुछ मुरझा जाती है।
इन संकेतों को रखें ध्यान में:
कहा जाता है कि अगर बोए हुए जौ का रंग नीचे से आधा पीला और ऊपर से आधा हरा है तो इसका मतलब यह है कि आपके आने वाले साल का आधा समय ठीक नहीं रहेगा, लेकिन बाद में सब ठीक हो जाएगा।
यदि जौ नीचे से आधा हरा है और ऊपर से आधा पीला तो इसका मतलब यह है कि आपके साल का शुरूआती समय ठीक से बीतेगा, लेकिन बाद में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
वहीं अगर आपका बोया हुआ जौ सफेद या हरे रंग में उग रहा है तो यह बहुत ही शुभ संकेत है। ऐसा अगर होता है तो मान लीजिए कि आपकी पूजा सफल हो गई। आने वाला समय खुशियों से भरा होगा।
अगर आपका बोया जौ अशुभ संकेत दे तो आप मां दुर्गा से अपने कष्टों और परेशानियों को दूर करने के लिए प्रार्थना करें। नवरात्रि की दसवीं तिथि को नवग्रह के नाम से 108 बार हवन में आहुति दें।
इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।