17/02/2018/न्यूज़ एजेंसी /मुजफ्फरनगरः अयोध्या मामले में बेशक से मुस्लिम समुदाय अपनी मांगों पर उड़े हुए हो कि मस्जिद को वहीं बनाया जाना चाहिए . लेकिन मुजफ्फरनगर में मस्जिद को लेकर एक ऐसा वाक्या देखने को मिला है जिसे एक प्रशंसनीय काम माना जा रहा है. प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में संधावली पुल के बीच में आ रही मस्जिद और मदरसे को हटाने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने खुशी-खुशी इजाजत दे दी.
बताया जा रहा की पिछले 8 सालों से जिले में पुल का निर्माण ना होने के कराण ट्रैफिक के हालात ख़राब थे . रास्ते में पुल ना होने के कारण स्थानीय लोगों को ना सिर्फ काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था बल्कि कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी है. एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक पुल ना होने के कारण अब तक इस रास्ते पर कई वाहनों की भिड़ंत हो चुकी है, जिसके कारण 70 से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं. प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की इस कदम का प्रोत्साहन करने के लिए मस्जिद के बैंक खाते में 49 लाख रुपये जमा किए गए हैं, ताकि किसी अन्य स्थान पर मदरसे और मस्जिद का निर्माण कराया जा सके.