नई दिल्ली: के एक अस्पताल में कटे होंठ की सर्जरी के बाद चार माह के शिशु की मौत हो गई. रोहिणी के जयपुर गोल्डन अस्पताल के एक वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन ने बताया कि बच्चा एकदम स्वस्थ था और पेन किलर देनेे के बाद उसमें जो असमान्य लक्षण दिखाई दिए ऐसा 25,000 मामलों में एक मामला में सामने आता है.
बच्चे के रिश्तेदार मनीष कुमार ने बताया कि बच्चे का ओठ कटा हुआ था और उसे उपचार के लिए 16 जनवरी को अस्पताल लाया गया था तथा अगले दिन उसकी सर्जरी की गई.उन्होंने कहा कि सर्जरी के बाद बच्चा रो रहा था. इसके बाद हम डॉक्टर के पास गए. डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्चे को आईसीयू में गए.
एक घंटे के बाद डॉक्टर बाहर निकलकर बताया कि आपके बच्चे की मौत हो गई. मनीष ने बताया कि चिकित्सकों ने बच्चे को कोई दवा दी जिसके बाद उसके अंगों ने काम करना बंद कर दिया और उसे वेंटिलेटर पर रखा गया. बच्चे के रिश्तेदार ने बताया कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण मासूम की मौत हो गई. परिवार वालों ने अस्पताल और सर्जरी करने वाले डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है.
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बच्चे के माता- पिता हरियाणा हैं
बच्चे के माता- पिता हरियाणा के सोनीपत के एक गांव से हैं और उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. इस संबंध में पूछे जाने पर सर्जन ने कहा कि सर्जरी के बाद बच्चे को एक दवा दी गई जिससे उसमें असमान्य लक्षण दिखाई दिए मसलन उसे सांस लेने में दिक्कत हुई. यह बेहद दुर्लभ मामला है, 25 हजार मामलों में ऐसा एक मामला सामने आता है.
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उन्होंने कहा, उसका हृदय काम कर रहा है और ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है लेकिन मस्तिष्क में कुछ दिक्कत है. हम बच्चे को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अस्पताल में एक साल में ऐसी एक हजार सर्जरी होती है. ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण मामला है.