23/3/2019/नदीम शायद हरियाणा का पहला मासूम है, जो 48 घंटे तक 60 फीट गहरे बोरवेल में फंसे रहने के बाद भी जीवित निकला है। सेना और एनडीआरएफ के जवानों की दिन-रात की मेहनत शुक्रवार को रंग लाई।सुप्रीम कोर्ट ने 12 फरवरी 2012 में सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को राज्य में जितने भी बोरवेल खोदे जाएं, उन्हें ढकने के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। उसके बाद भी सरकारों ने बोरवेल को खुला छोड़ने वालों पर किसी तरह के प्रतिबंध अथवा बोरवेल को ढकने के बंदोबस्त नहीं किए।इस घटना से करीब 13 साल पहले पांच साल के प्रिंस को 50 फीट गहरे बोरवेल से 40 घंटे के बाद सकुशल बाहर निकाला गया था। समय पर सेना और एनडीआरएफ की ओर से राहत और बचाव अभियान शुरू किया गया तो प्रिंस को तो बचा लिया गया, लेकिन 2012 में गुरुग्राम की चार साल की माही को नहीं बचाया जा सका।
