14/11/2016/मंडी धनौरा / चुचैला कलां
आम जनता को बड़े नोट बंद होने के बाद किस पीड़ा से गुजरना पड़ रहा इससे किसी और को कोई सरोकार नही। लोगो को मजबूरी में भी एक एक पाई जोड़कर बैंक जमा किए गए रुपए नही मिल रहे है।
रविवार को चुचैला कलां में ठेले में बैठकर बैंक में पहुंचे एक व्यक्ति की आँखों में आसूं झलक आए जब बैंक मैनेजर ने उसके खाते में जमा रुपए देने से यह कहते हुए इंकार कर दिया केश नही है।
कस्बे के मोहल्ला सैनी धर्मशाला निवासी भन्ते पुत्र नन्हे सैनी का दस दिन पूर्व एक्सिडेंट हो गया था। जिसमे उसकी टांग टूट गई थी। जिसका इलाज हापुड़ के एक प्राइवेट डॉक्टर के यहां चल रहा। रविवार को पीड़ित अपने पुत्र के साथ ठेले में बैठकर प्रथमा बैंक में खाते में जमा रुपए निकालने पहुंचा। लेकिन बैंक स्टाफ ने केश न होने की बात कहकर इंकार कर दिया। इस पर पीड़ित मैनेजर के पास पहुंचा गुहार लगाते खाते से रुपए देने की मिन्नते की। लेकिन मैनेजर ने केश न होने की बात कहकर हाथ खड़े कर दिए।
दूसरी और आसपास के गांवों से आए लोग कई घण्टे तक बैंक खुलने क्व इंतजार के वापस लौट गए। इससे पूर्व ग्रामीणों ने बैंक के बाहर प्रदर्शन करते हुए मैनेजर पर शाम को चार बजे के बाद धनौरा व आसपास के व्यापार वर्ग से जुड़े लोगों को कमीशन पर नोट बदलने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझाकर लोगों को शांत किया। उधर मैनेजर ने आरोपो को बेबुनियाद बताया।