30/03/18/चीन: छोटा पैकिट बड़ा धमाका मतलब कम चिज लेकिन असर बड़ा कुछ इसी तरह का बदलाव चीन अपनी सेना में भी कर रहा है… दरअसल चीन अपनी सेना में एक बड़ा बदलाव कर रहा है चीन अपनी सेना से 3 लाख सैनिक कम कर रहा है… जीहां आपने सही सुना चीन अपनी सेना से 3 लाख सैनिकों को हटा रहा है… ये पहली बार नहीं हैं जब चीन से अपनी सेना में कटौती की है… चीन अपने सैनिकों की संख्या लगातार कम कर रहा है… लेकिन चीन ऐसा कर क्यों रहा है… दरअसल चीन सैन्य ताकतों को लेकर भविष्य की तैयारियों में जुटा है… ये देश अपनी सेना को पारंपरिक चोले से निकाल आधुनिक खांचे में शिफ्ट कर रहा है… ऐसे में ये समझने की भूल कतई नहीं की जाए कि चीन अपनी सेना में जवानों की संख्या कम करके अपनी सैन्य ताकत को कमजोर कर रहा है… चीन अपने हर सैनिक को अत्याधुनिक संसाधन से लैस करके इतना अधिक ताकतवर बना देना चाहता कि वो विरोधियों की टुकड़ी पर भारी पड़े… अब इससे भारत के साथ-साथ पड़ोसी देशों को बहुत बड़ा खतरा हो सकता है… भारत के पास करीब 14 लाख सैनिक हैं, वहीं इस मामले में चीन का आंकड़ा करीब 20 लाख है… हालांकि मौजूदा वक्त में सैनिकों से युद्ध का चलन कम होता जा रहा है… इसके बजाय आधुनिक हथियारों से लड़ाई लड़ी जाती हैं… इस बात को ऐसे समझें कि भारत सरकार रक्षा के लिए जितना बजट आवंटित करती है उसका करीब 90 फीसदी हिस्सा सैनिकों पर खर्च हो जाता है, जिसके चलते सेना के आधुनिकीकरण पर खर्च के लिए मामूली रकम बचती है… अगर जवानों की संख्या कम कर दी जाए तो उन्हें ज्यादा अत्याधुनिक हथियार, कपड़े आदि संसाधन उपलब्ध कराए जा सकते हैं… और अब ड्रैगन इस फॉर्मूले को अपना रहा है… इन जवानों पर खर्च होने वाली राशि बचत होने से इन्हें फाइटर प्लेन, युद्धपोत, आधुनिक पनडुब्बी, मिसाइल, कृत्रिम खुफिया क्षमता, स्पेस और साइबर वॉर में विशेषज्ञता और आधुनिक प्रशिक्षण पर खर्च किया जाएगा… इसी कड़ी में चीन अपनी ताकत बढ़ाने के लिए जवानों की संख्या में कटौती की नीति पर काम कर रहा है… यही वजह है कि चीन लगातार अपनी सेना में कटौती कर अपनी सेना का आधुनिकीकरण करने में लगा है… ऐसे में भारत के साथ-साथ सभी देशों को भी समय की जरुरत को देखते हुए अपनी सेना में भी बदलाव लाना होगा… साथ ही सतर्क रहना होना… ताकि वो ड्रैगन की ना’पाक’ चाल को चलने ना दें…
