पुलिस ने क्राइम ब्रांच के साथ किया हत्या का खुलासा
गाजियाबाद: नासिरपुर पुलिस चौकी के सामने स्थित शिव मंदिर के महंत सीताराम उर्फ नासिक गिरी की हत्या का सिहानीगेट पुलिस ने क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने मृतक महंत के भतीजे समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस का दावा है कि आरोपी भतीजे ने मंदिर की गद्दी हथियाने के लालच में महंत की अपने साथियों से हत्या कराई थी। उसे महंत के पास करीब 20 लाख रुपए की रकम होने का अंदेशा था। वह महंत की हत्या कर रकम और गद्दी दोनों कब्जाना चाहता था। एसएसपी का कहना है कि इस मामले में मंदिर में पूर्व में रहने वाले एक साधु की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
एसएसपी एचएन सिंह ने बताया कि पुलिस की शुरुआती जांच में महंत के भतीजे की भूमिका संदिग्ध लग रही थी। पुलिस की टीम ने मंगलवार को महंत के भतीजे पप्पू राजभर को बहराइच के बालापुर गांव से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसकी निशानदेही पर दिनेश,दीपू,अवधराम,अशोक पुरी व त्रिभुवन ऊर्फ मोहन गिरी को बहराइच.श्रावस्ती बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपी बहराइच और श्रावस्ती के रहने वाले हैं। पप्पू राजभर का गाजियाबाद शिव मंदिर में महंत के पास आना जाना था और कुछ महीने पहले तक वह महंत के साथ ही रहता था। इसके बाद महंत ने अपने भतीजे पप्पू को यहां से भगा दिया था। इस दौरान पप्पू के मन में महंत बनने की इच्छा हुई और उसने योजना बनाई। योजना के मुताबिक अपने गांव के ही छह लोगों को इकट्ठा किया और वारदात को अंजाम दिलाया। पप्पू ने अपने साथियों से कहा कि महंत के पास 20 लाख रुपए से अधिक की रकम है। वारदात के बाद उसने सभी को रकम बराबर बांटने का लालच दिया। जिसके बाद पप्पू ने सभी आरोपियों को 28 अप्रैल को गाजियाबाद भेजा और इन लोगों ने महंत की गला दबाकर हत्या कर दी। एसएसपी का कहना है कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी बहराइच व श्रावस्ती से की गई है।