17/03/018/गाजियाबाद /खोड़ा में तीन सौ रुपये दिहाड़ी पर महिलाएं अवैध शराब बेचती हैं। महिलाओं तक शराब की खेप पहुंचाने के लिए बच्चों को 20 रुपये दिए जा रहे हैं। इसका पर्दाफाश शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़ी महिला शराब तस्करों ने किया।सूत्रों की मानें तो यहां दो सौ से अधिक स्थानों पर अवैध शराब की बिक्री होती है। एक दिन में लाखों रुपये का वारा-न्यारा होता है। शराब तस्करी में 60 फीसद काम महिलाओं के भरोसे संचालित हो रहा है। महिलाएं दिखावे के लिए चाय-नाश्ता, पान, किराना स्टोर आदि दुकान खोलती हैं। असलियत में तो उसमें शराब की तस्करी होती है।इनमें विधवा, तलाकशुदा व मजदूरी करने जाने वाले पुरुषों की महिलाएं शामिल हैं। महिला होने के नाते शराबी उनकी ओर आकर्षित होते हैं। महिलाओं से लेनदेन के लिए झगड़ते भी नहीं हैं। सोमवार की रात शराब पीने से चार लोगों की हुई मौत के मामले में पांच आरोपितों में तीन महिलाओं के शामिल होने से इसकी पूरी तरह से पुष्टि हो रही है।मामले में गिरफ्तार हुई आरोपित फुलवा व नीलम से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि यहां पर माफिया दिहाड़ी पर शराब की बिक्री कराते हैं इसके लिए महिलाओं व बच्चों को हथियार बनाते हैं। महिलाओं को शराब बेचने के एवज में दो से तीन सौ रुपये तक देते हैं। महिलाओं तक खेप पहुंचाने के लिए बच्चों को 20-30 रुपये देते हैं। बच्चे कट्टे में रखकर शराब की खेप महिलाओं तक पहुंचाते हैं। कई महिलाएं बच्चों संग मिलकर यह गोरखधंधा चला रही हैं।
