21/11/2016 / नोएडा। शहर में नोटबंदी का असर रविवार को बैंक बंद होने से एटीएम बूथ पर दिखा। सुबह से ही एटीएम के बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतार लगी रही। कई स्थानों पर एटीएम मशीनों में पैसा डाला गया तो करीब 60 प्रतिशत एटीएम मशीन खाली रहे। लोग खाली एटीएम बूथ के बाहर लाइन लगाकर खड़े रहे। लोग उम्मीद में रहें कि मशीनों में पैसा डाला जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
गौरतलब है कि रविवार होने की वजह से बैंक बंद थे। पुराने नोट तो नहीं बदले जा सके। लेकिन खर्चे के लिए लोग एटीएम के बाहर लंबी लाइनों में खड़े दिखे। शहर के मॉल्स के एटीएम बूथ में भी पैसा नहीं डाला गया। बताया गया कि अधिकांश सर्विस एंजेसियों ने भी छुट्टी कर रखी थी। ऐसे में वह पैसे डालने एटीएम मशीनों तक नहीं पहुंच सके। जिनमें थे भी वह महज डेड़ से दो घंटे में खाली हो गए।
दरअसल, कुछ एटीएम मशीने ऐसी थी जिनमें शनिवार को पैसे डाले गए थे। इस आस में कि उनमें रविवार को भी पैसा डाला जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। सेक्टर-18 में कई ऐसे लोग एटीएम के बाहर लाइन में खड़े दिखे। सेक्टर-2,1 49,50 के एटीएम बूथों पर भी यही हाल दिखा। जहा लाइनें तो लगी। लेकिन उनमें पैसा डालने कोई नहीं आया।
शहर में 30 प्रतिशत एटीएम मशीने खराब है। इनकों अभी तक ठीक नहीं किया जा सका है। इनमें से अधिकांश उन मशीनों के बगल में जिनमें प्रतिदिन पैसा डाला जा रहा है। जबकि दोनों ही एटीएम मशीनों में एक ही सर्विस कंपनी पैसे डालने का काम करती है। जाहिर है यदि दोनों मशीने काम करे तो लोगों को सहुलियत होगी। रविवार को करीब 60 प्रतिशत एटीएम मशीन खाली रही। बाकी खराब ऐसे में लोग पैसा निकाले तो कैसे।