30/11/2016 नोएडा। ग्रेटर नोएडा के इकोटेक में मंगलवार को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) प्राद्योगिकी केंद्र की आधारशीला रखी गई। इस मौके पर केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री कलराज मिश्र ने कहा कि ग्रेटर नोएडा का यह प्राद्योगिकी केंद्र क्षेत्र के ऑटोमोटिव इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर को प्राद्योगिकी संबंधी और कुशल जनशक्ति प्रदान करने पर सहायता करेगा। उन्होने कहा कि यह प्रोद्योगिकी केंद्र एमएसएमई के लिंकेज को दुनिया भर के मुख्यधारा के विनिर्माण क्षेत्र से जोड़ते हुए ईएसडीएम इकोसिस्टम में उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता को सुनिश्चित करेगा। इस कार्यक्रम को 2200 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से लागू किया जाएगा। इसके चालू होने पर उद्योगों को प्राद्योगिकी संबंधी सहायता प्रदान करने के अलावा हर साल लगभग 3000 लोगों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा।
टेक्नोलाॅजी सेंटर सिस्टम प्रोग्राम (टीसीएसपी) के तहत यह प्राद्योगिकी केंद्र उन 15 प्रोद्योगिकी केंद्रों में से एक है, जिन्हे केंद्र सरकार द्वारा देश में स्थापित किया गया है। प्रोद्योगिकी केंद्र की आधारशीला कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री कलराज मिश्र, एमएसएमई राज्य मंत्री हरीभाई पारथीभाई चौधरी, गिरीराज सिंह और केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा मौजूद थे। इस मौके पर राष्ट्रीय विक्रेता विकास कार्यक्रम (एनवीडीपी) प्रदर्शनी आयोजित की गई। ग्रेटर नोएडा के इस प्रोद्योगिकी केंद्र के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 15 एकड़ जमीन नि:शुल्क प्रदान की गई, जबकि केंद्र सरकार यहां प्लांट व मशीनरी आदि के आधारभूत ढांचे के विकास के लिए 145 करोड़ से अधिक का निवेश करेगा।
हरीभाई पारथीभाई चौधरी ने कहा कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा उत्तर भारत में इलेक्ट्रानिक्स सिस्टम डिजाइन और मैनुफैक्चरिंग (ईएसडीएम) उद्योग के विकास के केंद्र में रहे है। इसलिए ग्रेटर नोएडा का यह प्राद्योगिकी केंद्र ईएसडीएम क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करेगा और कैचमैट एरिया की आवश्यकता को पूरा करेगा। यह केंद्र क्षेत्र के उद्ययमियों और ईएसडीएम क्षेत्र में एमएसएमई की प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
केंद्रीय राज्यमंत्री गिरीराज सिंह ने कहा कि ग्रेटर नोएडा का यह प्राद्योगिकी केंद्र ईएसडीएम क्षेत्र के विकास, इनोवेशन व डिजाइन सेवाएं, प्रोटोटाइपिंग, परिक्षण और कैलिब्रेशन, इंक्यूवेशन के साथ इलेक्ट्रानिक रिपेयर व रख-रखाव में प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करेगा।