6/10/2016/नोएडा। सेक्टर-27 स्थित कैंप कार्यालय पर पर्यावरण संतुलन पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी एन.पी सिंह ने डीजल-पेट्रोल के बजाय जीआईएल गैस के उपयोग करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि हमारी आने वाली पीढ़ी को शुद्ध पर्यावरण मिलें, इसके लिये पर्यावरण संतुलन की दिशा में प्रयास करना होगा। सभी उद्यामियों को अपनी ईकाईयों में पेट्रोल-डीजल के प्रयोग के स्थान पर जीआईएल गैस कन्वर्जन की ओर बढ़ना होगा ताकि शहर का पर्यावरण संतुलन बना रहें।
जिलाधिकारी एन.पी सिंह ने औद्योगिक ईकाईयों में जीआईएल गैस कन्वर्जन को बढावा देने के लिए एक समिति भी बनाई है, जिसमें प्रदूषण विभाग के अधिकारी, जीआईएल गैस के अधिकारी और उद्यमी प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि जीआईएल गैस का प्रयोग करने से उद्यमियों को कितनी धनराशि लगाकर कितना लाभ होगा और उससे पर्यावरण में संतुलन बनाने में कितना लाभ होगा, इसकी एक रिर्पोट 15 दिनों के भीतर तैयार की जाए। उन्होनें सभी उद्यमियों से कहा कि जनपद में प्रदूषण कंट्रोल के जो यन्त्र लगें है उनका नियमित रूप से प्रयोग किया जाए। वहीं दूसरी ओर औद्योगिक ईकाईयों व घरों में 24 घंटे आॅक्सीजन पैदा करने वाले पौधे लगाए जाए ताकि एक आॅक्सीजन बैंक उनके घर व ईकाई में बन सकें।
जिलाधिकारी ने कहा कि यदि आज समय रहते इस दिशा में सभी लाेग कोई ठोस कदम नहीं उठाते है तो आने वाली पीढ़ी को हम शुद्ध पर्यावरण नहीं दे पाएंगें। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद गौतमबुद्धनगर एक औद्योगिक नगरी है और देश ही नहीं विदेश में भी प्रसिद्ध है। इसलिए हमें मिलकर ऐसे प्रयास करने चाहिए कि यहां उद्योग भी चले और पर्यावरण भी मानकों के अनुरूप बना रहें। यह तभी सम्भव होगा जब सभी उद्यमियों द्वारा सहयोग प्रदान किया जाएगा। बैठक में क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी नोएडा वी.वी अवस्थी, ग्रेटर नोएडा से प्रवीण कुमार, जीआईएल गैस कम्पनी के अधिकारी व उद्यमी मौजूद थे।