25/10/2016/नोएडा। सेक्टर-47 में सोमवार को भारती मिथिला सहयोग समिति और दीपक फाउंडेशन की ओर से ‘विद्यापति पर्व समारोह नोएडा-2016’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहें। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में जिलाधिकारी एनपी सिंह, विधायक विमला बाथम आदि मौजूद रही।
डॉक्टर महेश शर्मा ने कहा कि मैथिली संस्कृति और सभ्यता को बनाए रखना और सभी बिहार के प्रवासियों को एक मंच पर लाने का काम करना बड़ी बात है। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। जैसे ही कुंज विहारी ने मैथिली गीतों को शुरू किया मिथिलावासी झूमने पर मजबूर हो गए। एक के बाद एक मैथिली गीतों का कार्यक्रम कई घंटे तक चला।
संरक्षक दीपक झा ने कहा कि मिथिला संस्कृति व गौरव को बनाए रखना संगठन का मूल उद्देश्य है। एनसीआर क्षेत्र में प्रवासी बिहारवासी को अपनी सभ्यता और परंपरा जोड़े रखना प्रमुख लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संगठन साहित्य, मिथिला पेंटिंग, लिपि, अनुष्ठान, त्योहार और मैथिली लोक गीत की पदोन्नति के माध्यम से जागरूकता फैलाने का काम करती है। उन्होंने कहा कि नोएडा में बड़ी संख्या में प्रवासी मैथिलीवासी रहते हैं। ये लोग स्थाई या अस्थाई रूप से शिक्षा प्राप्ति या अपनी जीविका के लिए यहां रह रहे हैं। इनमें से दिल्ली क्षेत्र में जा चुके अधिकतर प्रवासी अपनी संस्कृति से दूर हो चुके हैं। हालांकि, वे दिल्ली जैसे बड़े शहर में अपनी संस्कृति व अपने अस्तित्व को बचाए रखने और बुनियादी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
भारतीय मिथिला सहयोग समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र पाठक और राजकुमार झा ने कहा कि इस संस्था का उद्देश्य प्रवासी मैथिल एवं बिहारी समुदाय के लोगों को उत्साहित, जागरूक और प्रभावित करना है। अपने अद्भुत संस्कृति, साहित्य, मिथिल पेंटिंग, रीति रिवाज, भाषा, लोकगीत, पर्व, त्योहार को बचाए रखना है। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी एनपी सिंह, विधायक विमला बाथम, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता कामाक्षी सिंह महेलवाल, कन्हैया सिंह, डॉ. जगदानंद झा, प्रभाष झा, राजेश झा, आलोक कुमार सिंह, विवेक कुमार सिंह, गौतमबुद्ध एजुकेशनल ट्रस्ट के चेयरमैन शिव सिंह व पूनम आजाद समेत अन्य लोग मौजूद थे।
संरक्षक दीपक झा ने कहा कि मिथिला संस्कृति व गौरव को बनाए रखना संगठन का मूल उद्देश्य है। एनसीआर क्षेत्र में प्रवासी बिहारवासी को अपनी सभ्यता और परंपरा जोड़े रखना प्रमुख लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संगठन साहित्य, मिथिला पेंटिंग, लिपि, अनुष्ठान, त्योहार और मैथिली लोक गीत की पदोन्नति के माध्यम से जागरूकता फैलाने का काम करती है। उन्होंने कहा कि नोएडा में बड़ी संख्या में प्रवासी मैथिलीवासी रहते हैं। ये लोग स्थाई या अस्थाई रूप से शिक्षा प्राप्ति या अपनी जीविका के लिए यहां रह रहे हैं। इनमें से दिल्ली क्षेत्र में जा चुके अधिकतर प्रवासी अपनी संस्कृति से दूर हो चुके हैं। हालांकि, वे दिल्ली जैसे बड़े शहर में अपनी संस्कृति व अपने अस्तित्व को बचाए रखने और बुनियादी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
भारतीय मिथिला सहयोग समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र पाठक और राजकुमार झा ने कहा कि इस संस्था का उद्देश्य प्रवासी मैथिल एवं बिहारी समुदाय के लोगों को उत्साहित, जागरूक और प्रभावित करना है। अपने अद्भुत संस्कृति, साहित्य, मिथिल पेंटिंग, रीति रिवाज, भाषा, लोकगीत, पर्व, त्योहार को बचाए रखना है। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी एनपी सिंह, विधायक विमला बाथम, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता कामाक्षी सिंह महेलवाल, कन्हैया सिंह, डॉ. जगदानंद झा, प्रभाष झा, राजेश झा, आलोक कुमार सिंह, विवेक कुमार सिंह, गौतमबुद्ध एजुकेशनल ट्रस्ट के चेयरमैन शिव सिंह व पूनम आजाद समेत अन्य लोग मौजूद थे।