30/11/2016 /नोएडा। जनपद के अतिकुपोषित बच्चों को स्वस्थ बनाने के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को मिशनरी के रूप में काम करने का निर्देश दिया गया है। सूरजपुर स्थित विकास भवन में राज्य पोषण मिशन के तहत आयोजित बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी माखन लाल गुप्ता ने कहा कि जनपद में चयनित अतिकुपोषित बच्चों को स्वस्थ बनाने में जिला स्तरीय अधिकारियों की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए अधिकारियों द्वारा जिन गांवों को गोद लिए गए है, उन गांवों का भ्रमण कर सभी अधिकारी अतिकुपोषित बच्चों को स्वस्थ बनाने में अपना याेगदान दे। सीडीओ ने सभी अधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि यही बच्चें भारत का भविष्य है। इस लिए देश को मजबूत बनाने में इनकी भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होगी। उन्होंनें कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने गांव में अतिकुपोषित बच्चों के माता-पिता की काउंसलिंग करते रहें। चिकित्सक के द्वारा जो आहार बताया गया है, वह बच्चों दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि चिकित्सक की तरफ से किसी बच्चें को अतिरिक्त पोषक तत्वों का सुझाव उिया गया है तो उनकी जानकारी दी जाए ताकि सामाजिक सरोकार के द्वारा उन परिवारों की मदद की जा सकें। सभी अधिकारियों के द्वारा यह भी देखा जाए कि बच्चों के वजन में किस स्तर तक बढोत्तरी हुई है। साथ ही उनके स्वास्थ्य की जांच नियमित रूप से की जा रही है या नहीं। सभी बच्चों का वजन निरंतर लिया जाए और आंगनवाड़ी केंद्रों पर उन्हें नियमित रूप से पुष्टाहार वितरण हो, इसकी भी निगरानी की जाए।
समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने पाया कि जनपद में वजन करने वाली 650 मशीनें खराब बताई गई। इस संबंध में उन्होंने अधिकारियों को नई मशीन खरीदने का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि बच्चों को स्वस्थ्य बनानें में स्थानीय कोटेदार का सहयोग प्राप्त किया जाए। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी राधेश्याम और क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी विजय बहादुर समेत मुख्य पशु चिकित्साधिकारी , जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।